पांडव मन्दिर, गाँव साई, नम्होल, ब्यासपुर (बिलासपुर) हिमाचल प्रदेश
धर्मशाला या मनाली से शिमला की ओर जाते हुए व्यासपीठ राजघाट नम्होल से लगभग 1 किलोमीटर आगे बायीं तरफ से सिकरोहा की ओर एक सड़क मार्ग जाता है। इस मार्ग पर लगभग 1 किलोमीटर आगे चलकर साई गांव पड़ता है। जहाँ पर सड़क के दायीं ओर नीचे की तरफ महाभारत काल में हुए पांच पांडवो का एक बहुत ही सुंदर मन्दिर स्थित है।
यह मंदिर काफी पुराना माना जाता है, परंतु लगभग 25 वर्ष पूर्व साई गाँव के लोगों द्वारा इस स्थान को विकसित किया गया। इस मन्दिर में पाँच पांडव पिंडी रूप में विराजमान हैं। इस मंदिर के इर्द गिर्द तीन गाँव है साई नोयडू अपर, साई नोयडू लोअरतथागाउटा। इस स्थान से थोड़ी दूरी पर बाड़ी धार नामक स्थान है जहाँ पर दंतकथाओं के अनुसार पांडव वनवास के दौरान आये थे। वहाँ पर भी पांडवो का बहुत सुंदर मन्दिर है, इसीलिए ये मन्दिर पांडवो को समर्पित है। इस मंदिर के भीतर लोगों द्वारा माँ दुर्गा की मूर्ति भी स्थापित की गई है, तथा 8 अप्रैल 2020 को लोगो के सहयोग द्वारा हनुमान जी की मूर्ति भी मन्दिर में स्थापित की गई थी। वर्ष में एक बार यहाँ पर स्थानीय लोगों द्वारा भंडारे का आयोजन किया जाता है। स्थानीय लोगों द्वारा यहाँ पर एक सरायें (धर्मशाला) का भी निर्माण किया गया है। स्थानीय लोगों का विश्वास है कि जब से इस पांडव मन्दिर का निमार्ण हुआ है तब से इस क्षेत्र में सुख व समृद्धि का वातावरण है।
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